बिहार दिवस पर मुंबई में बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी की प्रेस वार्ता

समाजसेवी नीलोत्पल मृणाल (वाईस प्रेसिडेंट - भाजपा महाराष्ट्र उत्तर भारतीय मोर्चा) और बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष कैसर खालिद (आईपीएस) भी रहे उपस्थित


मुम्बई। बिहार दिवस के अवसर पर बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने बीकेसी, मुंबई में बिहार फाउंडेशन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस मौके पर उनके साथ समाजसेवी नीलोत्पल मृणाल (वाईस प्रेसिडेंट - भाजपा महाराष्ट्र उत्तर भारतीय मोर्चा) और बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष कैसर खालिद (आईपीएस) भी उपस्थित रहे।

 इस कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार सरकार नीतीश कुमार के उन्नत बिहार, विकसित बिहार के संकल्प को पूरा करना है। इस कार्यक्रम में राजस्व मंत्री ने बताया कि जो प्रवासी बिहारी हैं उनके हितार्थ ऑनलाइन सर्वे की व्यवस्था की गई है जहाँ लोगों भारत के किसी भी कोने से अपनी भूमि से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेंगे। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, मनोरंजन, सुरक्षा जैसे कई पहलुओं में बिहार की स्थिति में तेजी से सुधार कार्य हो रहे हैं। 2005 से नीतीश सरकार और वर्तमान मोदी सरकार की नीतियों के बदौलत आज बिहार की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति में तेजी से सुधार आये हैं और राज्य सतत विकास की ओर बढ़ रहा है।

मंत्री संजय सरावगी ने बिहार दिवस पर "उन्नत बिहार, विकसित बिहार" के संकल्प के साथ मुंबई एवं देश दुनिया में रह रहे सभी बिहारी प्रवासियों को बिहार की स्थापना के 113वें वर्षगाँठ की बधाई देते हुए शुभकामनाएँ दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार निरंतर आगे बढ़ रहा है। पीएम मोदी का 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का जो संकल्प है, उसमें बिहार की भी अग्रणी भूमिका रहेगी। महाराष्ट्र और मुम्बई का हृदय से आभार जिसने प्रवासी बिहारी भाइयों एवं बहनों को अपने सपनों को साकार करने का अवसर और एक सशक्त मंच प्रदान किया। महाराष्ट्र की भूमि ने उन्हें कर्मभूमि दी तो बिहार ने उन्हें संस्कार, मेहनत एवं जज़्बे की पहचान सौंपी। यह आपके खुले दिल और स्वीकार्यता का ही परिणाम है कि बिहारी प्रवासी अपनी प्रतिभा और परिश्रम से आपकी प्रगति में अपना योगदान दे रहे हैं।

 मंत्री सरावगी ने आगे कहा कि अब बिहार के हालात एकदम से बदल चुके है। जहां 2005 से पहले बिहार में सिर्फ 3 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज एवं 13 पॉलिटेकनिक संस्थान थे। वहीं आज बिहार में 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज एवं 38 पॉलिटेकनिक संस्थान हैं। बिहार के हर ज़िले में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है। आज प्रदेश में 21 सरकारी मेडिकल कॉलेज सुचारु रूप से काम कर रहा है, और 23 सरकारी मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है। पटना के बाद दरभंगा में भी एम्स जैसे विश्वस्तरीय अस्पताल का निर्माण हो रहा है।"

साथ ही बिहार में रेल हवाई सम्पर्क को नई ऊँचाइयाँ मिल रही है। गया और पटना एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है, दरभंगा एयरपोर्ट से रोज़ाना नए शहरों के लिए उड़ाने बढ़ाई जा रही है। पूर्णियाँ एयरपोर्ट से जल्द ही उड़ान शुरू हो जाएगी। अयोध्या में निर्मित श्री राम मंदिर के तर्ज पर सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में 50 एकड़ में विशाल माँ जानकी मंदिर के निर्माण का निर्णय लिया जा चुका है।

उन्होंने बिहार के प्रवासियों से यह निवेदन किया कि अपनी कर्मभूमि महाराष्ट्र की सेवा के साथ साथ जन्मभूमि बिहार की उन्नति, प्रगति एवं विकास में अपना अमूल्य योगदान दें।

मंत्री ने आगे बताया कि अगले 10 वर्षो में बिहार इतनी तरक्की कर लेगा कि वहां के लोगों को काम के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा।

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